वाउचर क्या है ? और यह कितने प्रकार के होते हैं, इसकी विस्तृत जानकारी(What is Voucher and type of voucher in Tally)

वाउचर क्या है ? और यह कितने प्रकार के होते हैं, इसकी विस्तृत जानकारी(What is Voucher and type of voucher in Tally) 

 किसी भी व्यापार में जब कोई लेन देन (Transaction) किया जाता है  तो अलग-अलग ट्रांजैक्शन  को अलग-अलग वाउचर  में लिखते हैं.  उदाहरण के लिए आपने अपने व्यापार में जब कोई माल बेचते हैं तो उसे सेल बुक में लिखते हैं, जब कोई माल खरीदते हैं तो उसे परचेज बुक में लिखते हैं,  जब किसी को पैसा देते हैं तो पेमेंट में लिखते हैं.  अब आप समझे कि यह बुक ही वाउचर की एंट्री से संबंधित किताब  है. 

इस तरह एक वाउचर किसी भी ट्रांजैक्शन के  के पक्ष में लिखित दस्तावेज है और यह एक प्रमाण भी होता है जो कोई ट्रांजैक्शन किया गया है जो भी उस वाउचर में संदर्भित है. 

वाउचर के प्रकार(Type of voucher) 

 वाउचर निम्नलिखित प्रकार के होते हैं जिनके बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया. 

Sales voucher 

 Sales voucher  का प्रयोग हम तब करते हैं जब व्यापार में हमारे द्वारा कोई माल बेची जाती है चाहे उधार हो या नगद तो इसके एंट्री हम सेल्स वाउचर में करते हैं. 

उदाहरण के लिए :-

1- राधे  shop ने मोहन को 1000 का माल बेचा. 

2- नगद में 1000 का माल  बेचा. 

साथियों यदि आप sales voucher  की एंट्री टैली erp9 कर रहे हैं तो इसके लिए निम्नलिखित स्टेप को  पालन कीजिए. 

Step- 

Gateway of tally >accounting voucher>sales voucher (F8)

Credit note (Sales Return) voucher

 Credit Note Voucher  का प्रयोग हम तब करते हैं जब व्यापार में हमारे द्वारा कोई माल बेची गई है और किसी कारणवश ग्राहक माल वापस करता है तो उसके एंट्री Credit Note Voucher मे करेंगे।  म

 उदाहरण के लिए Radhe shop अपने ग्राहक दुर्गेश को 5 पीस कीबोर्ड  बेचा किंतु किसी कारणवश दुर्गेश ने दो पीस कीबोर्ड वापस कर रहा है  तो इसकी entry credit note voucher ( सेल्स रिटर्न) की जाती है. 

Step:- 

Gateway of tally erp9>accounting voucher>credit note voucher. 

Purchase voucher

परचेज वाउचर का प्रयोग हम तब करते हैं जब व्यापार में हमारे द्वारा किसी व्यक्ति से माल खरीदी गई हो  चाहे उधार या नगद तो इसके एंट्री परचेज वाउचर में करते हैं. 

 उदाहरण के लिए :-  Radhe shop  ने अपने दुकान के लिए 1000 पीसीएस डव साबुन श्याम ट्रेडर्स के यहां से खरीदी. 

Gateway of tally erp9>accounting voucher>purchase voucher. 

debit note voucher (Purchase Return) 

Business मे व्यापारी कोई मॉल खरीद कर लाता तो किसी कारण से जिस ट्रेडर्स से समान खरीद कर लाया था तो उसी को वापस कर रहा हो तो इसकी इंट्री टैली मे Debit Note voucher मे करेगा ।

उदाहरण के लिए: श्याम एक व्यापारी है वह अपने व्यापार मे 100 PCS Addidas का T शर्ट खरीद कर लाया मोहन ट्रेडर्स से तो श्याम अपने व्यापार की अकाउंटिंग करते समय इसकी इंट्री Debit Note voucher मे करेगा।

Receipt voucher 

 इस वाउचर का प्रयोग हम तब करते हैं जब बिजनेस में किसी प्रकार से व्यापारी को पैसा प्राप्त  होता है चाहे कोई ग्राहक  दे रहा हो या कमीशन मिला या किसी तरह का रेंट मिल रहा है यह सभी प्रकार की  एंट्री रिसिप्ट वाउचर मेंंं की जाती है

Payment voucher 

 इस voucher  का प्रयोग हम तक करते हैं जब  व्यापारी अपने व्यापार से किसी अन्य व्यक्ति  को पैसा दिया जा रहा हो चाहे वह creditor हो, power bill payment ,  room rent payment ,  salary payment etc.  यह सभी प्रकार की एंट्री पेमेंट वाउचर में की जाएगी. 

Contra voucher 

 इस voucher का प्रयोग तब किया जाता है जब आप अपने बिजनेस में cash to bank, bank to bank, bank to cash के बीच पैसा ट्रांसफर करना हो तो कंट्रा वाउचर का प्रयोग किया जाता है, 

उदाहरण के लिए राधे शॉप में अपने कैश से ₹1000 अपने एसबीआई बैंक अकाउंट में जमा किया. 

Journal voucher 

 journal voucher  का प्रयोग तब किया जाता है या जरूरत पड़ती है जब आप खातों में किसी तरह का एडजस्टमेंट करना है तो इसके तहत एक खाते की रकम दूसरे खाते में शिफ्ट कर सकते हैं

इसके अलावा जर्नल वाउचर में लगभग सभी प्रकार की Transaction की इंट्री  की जा सकती है बहुत ऐसे फर्म या बिजनेस हैं जो अपने व्यापार की पूरी ट्रांजैक्शन जनरल वाउचर से ही Maintain  करती है.

Stock journal voucher

इस वाउचर का प्रयोग तब किया जाता है जब एक स्टॉक आइटम को दूसरे स्टॉक आइटम में ट्रांसफर करना हो.

Physical Stock voucher

इस वाउचर का प्रयोग तब किया जाता है जब आपके बिजनेस में स्टॉक आइटम की मात्रा कुछ और है और टैली सॉफ्टवेयर में स्टाक की मात्रा कुछ और है तो उनके बीच के अंतर को ठीक है करने के लिए किया जाता है. 

इस तरह की परिस्थिति कब आते हैं जब आपने अपने व्यापार में कोई वस्तु खरीद कर लाया उसके बाद गोडाउन में वह सामान टूट फूट गया या भूल चूक से किसी को दे दिया गया तो इस प्रकार की अंतर आ जाती है.

Unconventional voucher

 साथियों unconventional voucher  वह वाउचर होता है जिसका  प्रभाव बैलेंस शीट पर नहीं पड़ता है आप क्या समझे की वह कुछ समय के लिए टैली में   अटकाने के लिए किया जाता है.

 साथियों unconditional voucher  निम्न प्रकार के होते हैं. 

1: post dated voucher.  

 साथियों इस voucher  का प्रयोग हम  तब करते हैं जब कोई लेन देन भविष्य में होना होता है किसी निश्चित डेट में किंतु  उसकी एंट्री वर्तमान समय में ही किया जाता है. 

 उदाहरण के लिए मान लीजिए आपको 01/02/2024 को ₹50000 पेमेंट करना है हरिओम हौंडा को एसबीआई बैंक से किंतु इसकी entry 01/05/2023 कर रहे हैं. 

 साथियों जब आप उपरोक्त दिए गए वाउचर एंट्री कर लेंगे तो इसका प्रभाव आपके बैलेंस चेक पर नहीं पड़ेगा किंतु जब आपका निश्चित डेट आ जाएगा तब यह अपना प्रभाव लेज़र और balance sheet पर दिखायेगा यदि समय से पहले ही इसे payment करना है तो post Dated Register मे जाकर आप payment voucher मे change कर सकते है। 

 Step:- Gateway of tally erp9>accounting voucher>postdated voucher. (CTRL +T) 


2:-Memorandum voucher

साथियों इस बाउचर का प्रयोग हम तब करते हैं जब व्यापार में किसी लेन देन को सिर्फ याद रखने के लिए लिखा जाता है. 

उदाहरण के लिए मान लीजिए आप किसी व्यक्ति को कोई कार्य करने के लिए ₹1000 दिया लेकिन आपको यह पता नहीं है कि उस कार्य को करने में कितना खर्च आएगा लेकिन जो आपने ₹1000 दिया है उसकी एंट्री टैली में अटकाने के लिए memo voucher में करेंगे. 

3:- Optional voucher

 साथियों इस वाउचर का प्रयोग केवल ऑप्शनल लेनदेन के लिए किया जाता है इसका भी प्रभाव ledger,  balancesheet पर नहीं पड़ता है.

Reversing Journal Voucher

रिवर्सिंग जर्नल वाउचर की एंट्री भविष्य में की जाने वाली इंट्री होती है यह एक अंतरिम एंट्री होती है.

उदाहरण के लिए मान लीजिए आप जुलाई मंथ में कोई सामान ₹100000 में खरीदा और उसको डेढ़ लाख(150000) रुपए में बेच दिया तो इसका मतलब यह नहीं हुआ कि आप ₹50000 लाभ कमा लिया क्योंकि हो सकता है आपको अपने व्यापार की रूम रेंट देना July Month का. किसी कर्मचारी को सैलरी देना हो जुलाई मंथ का, बिजली का बिल देना हो July Month  का. यहां समझने वाली बात यह है कि रूम रेंट या सैलरी Month के अंत में दिया जाता है इसीलिए इसकी एंट्री आज रिवर्सिंग जर्नल वाउचर में करके रिपोर्ट  देखकर यह समझा जा सकता है कि हमें जुलाई मंथ के लास्ट में कितना लाभ होगा. 


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